भिलाई में दुर्ग पुलिस ने फूंक दिए 2 ट्रक गांजा, आईजी मीणा और एसपी पल्लव की निगरानी में करवाई को दिया गया अंजाम….

* दुर्ग रेंज की गठित हाई लेवल ड्रग डिस्पोजल समिति के द्वारा भिलाई स्टील प्लांट में किया गया मादक पदार्थों का नष्टीकरण।
*109 प्रकरणों के सैकड़ों किलो के गांजा सहित गांजा के पौधे एवं चरस का किया गया नष्टीकरण।
*पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज बद्रीनारायण मीणा, पुलिस अधीक्षक दुर्ग, पुलिस अधीक्षक कबीरधाम सहित कई राजपत्रित अधिकारी भिलाई स्टील प्लांट में नष्टीकरण प्रक्रिया के समय रहे मौजूद।
दुर्ग रेंज के कवर्धा पुलिस द्वारा नारकोटिक्स एक्ट के तहत गांजा चरस समेत अन्य मादक पदार्थों का नष्टीकरण किया गया, पुलिस ने नष्टीकरण के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र की भट्टी में नष्ट किया गया, नष्टीकरण के दौरान दुर्ग रेंज के आईजी बीएन मीणा,कवर्धा एसपी लाल उमेंद्र सिंह,दुर्ग एसपी अभिषेक पल्ल,एएसपी दुर्ग शहर संजय ध्रुव समेत बड़ी संख्या में बल मौजूद रही।
आईजी ने बताया कि दुर्ग रेंज के कवर्धा जिले जप्त मादक पदार्थों के नष्टीकरण के लिए रेंज स्तर पर गठित हाई लेवल ड्रग्स डिस्पोजल समिति ने लिया निर्णय। गठित समिति द्वारा कबीरधाम जिले से नारकोटिक्स एक्ट के तहत कुल 109 प्रकरणों में 6135.430 किलो ग्राम गांजा, 7.840 किलो ग्राम गांजा पौधा एवं 0.560 किलो ग्राम चरस की मसूची प्रस्तुत की गई है।
जप्त मादक पदार्थ वर्ष 2017 से जप्त मादक पदार्थों का नष्टीकरण किया गया जिसकी अनुमानित कीमत 3.50 करोड़ से अधिक आंकी गई है भिलाई इस्पात संयंत्र के एसएमएस-3 के भट्ठी में नष्ट किया गया है।
जप्त मादक पदार्थों को कवर्धा से 3 ट्रक में लोदकर प्लांट के अंदर पहुंचे जहां नष्टीकरण किया गया,आपको बता दे कि दुर्ग रेंज में मादक पदार्थों का नष्टीकरण के लिए बीएसपी के भट्टी में नष्टीकरण किया जाता है.
भिलाई स्पात संयंत्र के अंदर एसएमएस 3 के भट्टी में मादक पदार्थों को डालकर उन्हें नष्ट की प्रक्रिया पूरी की गई। यह पहली बार हो रहा है जब बड़ी मात्र में मादक पदार्थों को नष्ट करने के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र की धमन भट्टी का उपयोग किया जा रहा है।