रायपुर – छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने बड़ा दांव चलते हुए टीएस सिंहदेव को राज्य का डिप्टी सीएम बनाने का ऐलान किया है. राज्य में नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में कांग्रेस ने इस कदम के जरिए छत्तीसगढ़ में पार्टी के भीतर अंदरूनी कलह खत्म करने की कोशिश की है. माना जा रहा है कि कांग्रेस इसके जरिए सीएम भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के बीच लंबे वक्त से चली आ रही खींचतान को भी खत्म करना चाहती है. कहा ये भी जा रही है कि कांग्रेस ने आनन फानन में सिंहदेव को डिप्टी सीएम नहीं बनाया, बल्कि इसके सोची समझी रणनीति के तहत उन्हें ये जिम्मेदारी दी है. आइए 5 पॉइंट में समझते हैं कि आखिर टीएस सिंह देव को ये जिम्मेदारी क्यों दी गई है?
चुनाव से पहले क्यों डिप्टी सीएम बनाए गए टीएस सिंहदेव ?
1- सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाना सोचा समझा कदम
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस आलाकमान ने सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाने का निर्णय रातोरात नहीं लिया. यह सोची समझी रणनीति है. इस पर कर्नाटक चुनाव से पहले लंबी चर्चा हुई थी. चुनाव और नतीजों में कांग्रेस की जीत की वजह से घोषणा में कुछ देरी हुई. भले ही डिप्टी सीएम का पद भले ही संवैधानिक नहीं है, इसके बावजूद सीएम बघेल द्वारा हाशिए पर धकेले गए सिंहदेव को कांग्रेस ने यह जिम्मेदारी देकर साधने की कोशिश की है. सिंहदेव लंबे वक्त से अख्तियार रुख अपनाए हुए हैं, वे कई बार अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं. सचिन पायलट की नाराजगी के बीच सिंहदेव ने कहा था कि जब आलाकमान की ओर से किए हुए वादे पूरे नहीं किए जाते, तो दुख होता है. इतना ही नहीं टीएस सिंहदेव ने कहा था कि उन्हें लगता है कि उन्हें काम नहीं करने दिया जा रहा है.
2- गुटबाजी खत्म करना चाहती है कांग्रेस
सीएम बघेल और सिंहदेव के बीच जारी मनमुटाव के चलते पार्टी दो गुटों में बंट रही थी. ऐसे में कांग्रेस का पूरा फोकस चुनाव से पहले इस गुटबाजी को खत्म करना था. दरअसल, 2018 चुनाव के दौरान कांग्रेस ने किसी चेहरे का ऐलान नहीं किया था. भूपेश बघेल ने राज्य में प्रचार का जिम्मा संभाला था. जबकि सिंहदेव ने जमीन पर संगठन को मजबूत करने का काम किया था. जनता ने दोनों चेहरों को ध्यान में रखकर वोट किया था. लेकिन दोनों नेताओं के बीच लंबे समय से चली आ रही अंदरूनी कलह से कांग्रेस कैडर में नाराजगी थी. ऐसे में दोबारा सत्ता में आने की कोशिश में जुटी कांग्रेस को चुनाव में नुकसान की संभावना थी.
3- 2018 चुनाव में निभाई थी अहम भूमिका
अंबिकापुर के विधायक टीएस सिंहदेव कांग्रेस के प्रमुख नेता हैं. छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से सरगुजा में उनकी मजबूत पकड़ है. सरगुजा शाही परिवार के वंशज सिंहदेव ने 2008 में राजनीति की शुरुआत की थी. वे तब से लगातार तीन बार से विधायक हैं. 2018 में उन्होंने अंबिकापुर सीट से 39 हजार वोट से जीत हासिल की थी. 2018 के चुनाव में टीएस सिंह देव ने सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस का घोषणापत्र तैयार किया था. उन्हें पार्टी की ओर से पूरे प्रबंधन मशीनरी का जिम्मा दिया गया था, जिसे उन्होंने चतुराई से संभाला और पार्टी को भारी जीत दिलाई. इस बार सिंहदेव को यही भूमिका दी जा सकती है. सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाकर आलाकमान ने यही अहम संकेत दिया है.
4- बीजेपी में जाने की थीं अटकलें
कांग्रेस ने टीएस सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाने का फैसला यूं ही नहीं ले लिया. टीएस सिंहदेव भूपेश बघेल को सीएम बनाए जाने के बाद से बगावती तेवर दिखाते रहे हैं. दरअसल, 13 जून को सिंहदेव ने अंबिकापुर में कांग्रेस के संभागीय सम्मेलन में यह बयान दिया था कि दिल्ली में उन्होंने बीजेपी के केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की थी. उन्हें बीजेपी में शामिल होने का प्रस्ताव दिया गया है, लेकिन वह बीजेपी में नहीं शामिल होंगे. उनके इस बयान के बाद यह अटकलें लगने लगी थीं कि वह कांग्रेस छोड़ सकते हैं. अगर वह चुनाव से पहले पार्टी बदल लेते तो कांग्रेस को इसका भारी नुकसान उठाना पकड़ सकता था.
5- राज्य में ईडी की एंट्री
दरअसल अक्टूबर 2022 से राज्य में जांच एजेंसी ईडी की कार्रवाई तेज हुई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बार-बार कह चुके हैं कि चुनाव से पहले जमीनी स्तर पर संगठन को कमजोर करने के लिए ईडी पार्टी के नेताओं के पीछे पड़ी है. इतना ही बघेल ने कहा था, ईडी झूठे केस बनाकर डरा धमका कर कथित शराब घोटाले में मेरा नाम भी जोड़ने का प्रयास कर रही है. ऐसे में कांग्रेस को लगता है कि अगर ईडी भूपेश बघेल के खिलाफ गिरफ्तारी जैसी कोई कार्रवाई करती है, तो चुनाव में पार्टी को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है. ऐसे में कांग्रेस ने प्री डैमेज प्लान के तहत टीएस सिंहदेव को ये अहम पद दिया है.
सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाने पर क्या बोले भूपेश बघेल?
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने टीएस सिंहदेव को राज्य का डिप्टी सीएम बनाने का ऐलान किया. उन्होंने कहा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने टीएस सिंहदेव को छत्तीसगढ़ का उपमुख्यमंत्री नियुक्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. टीएस सिंहदेव कांग्रेस के वफादार नेता और कुशल प्रशासक हैं. राज्य को उपमुख्यमंत्री के तौर पर उनकी सेवाओं से बहुत लाभ मिलेगा. हमें यकीन है कि छत्तीसगढ़ के लोग खड़गे जी और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस को भारी बहुमत से दोबारा जिताएंगे.
वहीं, टीएस सिंहदेव को छत्तीसगढ़ का उपमुख्यमंत्री बनाए जाने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि हैं तैयार हम. महाराज साहब को उपमुख्यमंत्री के रूप में दायित्व के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं. डिप्टी सीएम नियुक्त होने पर टीएस सिंहदेव ने कहा कि हमें सभी को साथ लेकर आगे बढ़ना है और राज्य में चुनाव होने तक इस सीमित समय के भीतर अधूरे काम को पूरा करना है.