देश के सबसे बड़े नक्सली हमले में कांग्रेस के बड़े नेता सहित 32 लोग शहीद हुए थे. उस घटना की आज दसवीं बरसी है. छत्तीसगढ़ मे हर साल नक्सली हमले में शहीद हुवे जवानों की याद में “झीरम श्रद्धांजलि दिवस” के रूप में मनाया जाता है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज उन सभी नेताओं को श्रद्धांजलि देने के लिए जगदलपुर के लालबाग मैदान स्थित झीरम घाटी मेमोरियल पहुंचेंगे.
सीएम बघेल आज जाएंगे जगदलपुर, शहीदों को देंगे श्रद्धांजलि
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 25 मई यानी आज बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर के लाल बाग मैदान स्थित झीरम घाटी मेमोरियल में झीरम घाटी शहादत दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल होंगे. मुख्यमंत्री बघेल रायपुर पुलिस ग्राउण्ड हेलीपेड से सुबह 11.30 बजे हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर दोपहर 12.40 बजे जगदलपुर स्थित मां दंतेश्वरी एयरपोर्ट पहुंचेंगे और झीरम शहादत दिवस पर लाल बाग मैदान स्थित झीरम स्मृति उद्यान में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल होंगे.
सीएम बघेल अन्य कार्यक्रमों में भी होंगे शामिल
मुख्यमंत्री इसके बाद दोपहर 1.25 बजे शहीद गुण्डाधुर कृषि महाविद्यालय कुम्हरावंड पहुंचेंगे और वहां शहीद गुण्डाधुर की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद यहां परिसर में आयोजित ग्रामीण औद्योगिक पार्क की संभाग स्तरीय कार्यशाला में शामिल होंगे. सीएम बघेल इसके बाद दोपहर 2.10 बजे जगदलपुर कलेक्टोरेट कार्यालय परिसर पहुंचकर वहां छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे फिर पत्रकारों से चर्चा करेंगे. उसके बाद मुख्यमंत्री शाम 4.30 बजे रायपुर लौट आएंगे.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं सहित 32 लोग नक्सली हमले में हुए थे शहीद
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने झीरम घाटी में 25 मई 2013 को हुए नक्सल हमले में शहीद नेताओं और जवानों को नमन करते हुए उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित किया है. झीरम घाटी के नक्सल हमले में छत्तीसगढ़ कॉंग्रेस के वरिष्ठ नेता स्वर्गीय विद्याचरण शुक्ल, स्वर्गीय नंदकुमार पटेल, स्वर्गीय महेन्द्र कर्मा सहित कई नेता और सुरक्षा बलों सहित 32 लोग नक्सली हमले में शहीद हो गए थे. यह देश का सबसे बड़ा नक्सली हमला था.
जानिए सीएम बघेल ने क्या कहा
सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि झीरम घाटी के शहीदों और पिछले वर्षों में नक्सल हिंसा के शिकार हुए सभी लोगों की स्मृति में साल 2020 से 25 मई को हर साल ’झीरम श्रद्धांजलि दिवस’ मनाया जाता है. आज प्रदेश के सभी शासकीय एवं अर्धशासकीय कार्यालयों में नक्सल हिंसा में शहीदों की स्मृति में 25 मई को दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी जाएगी और राज्य में फिर से शांति का टापू बनाने के लिए शपथ ली जाएगी.