छत्तीसगढ़ कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष VS प्रदेश प्रभारी VS, कांग्रेस में नियुक्तियों को लेकर कंट्रोवर्सी, पढ़ें क्या है पूरा मामला
रायपुर – छत्तीसगढ़ कांग्रेस में इस वक्त प्रदेश अध्यक्ष वर्सेज प्रदेश प्रभारी वाली कंट्रोवर्सी चल रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के कुछ नेताओं के प्रभार बदले जाने के आदेश को कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने रद्द कर दिया है। उन्होंने सिर्फ रवि घोष को प्रशासन और संगठन का प्रभारी बनाने के लिए तत्काल आदेश जारी करने कहा है जबकि इसे लेकर मरकाम का कहना है कि नया आदेश जारी होते तक उनकी जारी लिस्ट के मुताबिक ही पदाधिकारी काम करेंगे।
मोहन मरकाम ने कहा कि समय-समय पर पदाधिकारियों के कार्य विभाजन होते रहते हैं। जो पूर्व में पदाधिकारियों के प्रभार बदले गए थे वो प्रभावशील रहेंगे। आगामी आदेश तक काम करते रहेंगे। बता दे कि पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने दो दिन पहले प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों को नया प्रभार सौंपने का आदेश जारी किया था, जिसमें उन्होंने प्रभारी महामंत्री प्रशासन और संगठन की जिम्मेदारी अरूण सिसोदिया, महामंत्री रवि घोष को बस्तर संभाग प्रभारी, महामंत्री अमरजीत चावला को रायपुर चंद्रशेखर शुक्ला को मोहला मानपुर प्रभारी, महामंत्री यशर्वधन राव को प्रशिक्षण प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी थी। इस आदेश को गुरुवार को सीएम आवास में हुई बैठक के बाद रद्द करने के आदेश कुमारी सैलजा ने जारी किया हैं।
मीडिया के सवालों से बचकर निकलीं कुमारी सैलजा
कांग्रेस संगठन में नियुक्तियों को लेकर चल रहे इस विवाद को लेकर एयरपोर्ट में जब कुमारी सैलजा से सवाल करने की कोशिश की गई तो वे सवालों से बचकर निकल गयीं। सैलजा ने रापुर में दो दिनों तक बैठकें ले रही थी।
जिस पार्टी में अनुशासन नहीं होता वहां झगड़े होते हैं
कांग्रेस में चल रही इस कॉन्ट्रोवर्सी को लेकर केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह का बयान सामने आया है। रेणुका सिंह का कहना है कि जिस पार्टी में अनुशासन नहीं होता,वहां झगड़े होते है। कोई बड़ा कार्यक्रम होता है तो जूते-चप्पल तक चल जाते हैं और मारपीट की स्थिति आ जाती है।