दुर्ग – प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने केंद्रीय बजट को लेकर भाजपा और मोदी सरकार से पांच सवालों के जवाब मांगे हैं। राजेंद्र ने कहा कि देश की जनता को यह बताना जरूरी है कि केंद्रीय बजट से आम जनता, किसानों, युवाओं, महिलाओं सहित सभी वर्गों को आखिर क्या राहत मिलेगी?
राजेंद्र ने पहला सवाल करते हुए कहा है कि किसानों की आय दोगुना करने के लिए बजट में क्या प्रावधान किया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का वादा किया था। इस वादे को पूरा करने पिछले साढ़े 8 साल के कार्यकाल में कुछ नहीं किया गया। इस बार भी वही हुआ। किसानों की आय दुगुना करने न तो समर्थन मूल्य बढ़ाया गया, न कीटनाशक, रासायनिक खाद के दाम कम करने की दिशा में कोई प्रावधान किया गया। केंद्र सरकार के बजट से किसान पूरी तरह निराश हैं।
राजेंद्र ने दूसरा सवाल दागते हुए कहा है कि केंद्र सरकार के बजट में देश के करोड़ों बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए क्या कोई योजना घोषित की गई है। भाजपा ने हर साल 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था। इस लिहाज से अब तक 18 करोड़ लोगों को रोजगार मिल जाना था। पिछले वर्षों में पेश किये गए बजट की तरह इस बार भी रोजगार सृजन की दिशा में बजट में कोई योजना नहीं है।
राजेंद्र ने तीसरा सवाल करते हुए कहा है कि भाजपा नेताओं को बताना चाहिए कि पेट्रोल-डीजल- रसोई गैस की कीमतों में कमी लाने के लिए केंद्रीय बजट में क्या कोई प्रावधान किया गया है? महंगाई लगातार बढ़ रही है। खाद्य पदार्थ लगातार महंगे हो रहे हैं। ऐसे में केंद्रीय बजट में लोगों को राहत देने के लिए क्या किया गया है?
राजेंद्र ने चौथे सवाल में कहा कि केंद्र सरकार ने महिलाओं को रोजगार देने के लिए बजट में कोई योजना ही नहीं बनाई है। महिलाओं को जब रोजगार ही नहीं मिलेगा और दो लाख जमा करने में वे सक्षम ही नहीं होंगे तो अकाउंट में दो लाख रुपए कैसे जमा होंगे और महिला वर्ग को इस योजना का फायदा कैसे मिल पाएगा।
राजेंद्र ने पांचवा सवाल दागते हुए कहा कि भाजपा नेताओं को बताना चाहिए कि केंद्र सरकार के बजट से आटा, तेल, अनाज सहित महिलाओं की रसोई का बजट कैसे कम होगा। दवाई, कास्मेटिक्स सामग्री आदि की कीमतें कैसे घटेगी। केंद्र सरकार आखिर किस तरह जनता का कल्याण करेगी। राजेंद्र ने कहा कि केंद्र सरकार के बजट से आम जनता को कुछ भी नहीं मिला है। केंद्रीय बजट जनसामान्य के लिए पूरी तरह निराशाजनक बजट है।