
-लेह-लद्दाख में तैनात थे उमेश, अंतिम यात्रा में उमड़ी भीड़
दुर्ग – देश की सीमा लेह लद्दाख में ड्यूटी पर तैनात दुर्ग के जवान उमेश साहू का पार्थिव शरीर सोमवार की सुबह उनके गृहग्राम कोडिय़ा पहुंचा। जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उमेश साहू का अंतिम संस्कार किया गया। महज 2200 की आबादी वाले इस गाँव में शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए लगभग 10 हजार की संख्या में लोग उमड़े। शहीद के अंतिम संस्कार में दुर्ग शहर विधायक गजेंद्र यादव और दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर भी शामिल हुए। उन्होने शहीद के पार्थिव शरीर को कंधा दिया और उनके निधन को देश के लिए बड़ी क्षति बताया।
अंतिम संस्कार में अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि, सामाजिक नेता व जिला प्रशासन के तमाम आला अधिकारी शामिल हुए और शहीद को नम आंखों से अंतिम विदाई दी। इस दौरान शहीद के परिजनों ने जनप्रतिनिधियों से शहीद उमेश की प्रतिमा लगाने की मांग भी की। शहीद उमेश साहू दुर्ग के ग्राम कोडिया के निवासी थे। वे पिछले 10 वर्षों से इंडियन आर्मी में पोस्टेड थे। उमेश साहू की तैनाती लेह लद्दाख के बर्फीले इलाके में थी, जहां वे देश के दुश्मनों से देश की रक्षा करने के लिए अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए शहीद हो गए। शहीद उमेश साहू के निधन से पूरे गांव में मातम का माहौल है।