अपने पेरेंट्स से कहना मुझे VOTE दे, जितने के बाद स्कूल का नया भवन बनवा दूंगा – अरुण वोरा, जिला निर्वाचन अधिकारी ने थमाया नोटिस.
दुर्ग – विधायक वोरा की एकला चलो की नीति, विकास कार्य या निजी कार्य के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आम जनता को बार-बार चक्कर कटवाने पर मजबूर करने के कारण बड़ी तादाद में कांग्रेसियों के साथ ही आम लोग नाराज हैं। पिछले चुनाव की तुलना में लोग वोरा से लगातार कट रहे हैं। कार्यकर्ता अलग-अलग खेमों में बंट रहे हैं।
दरअसल कल गुरुवार को भी वोरा ने खुद के लिए एक नई मुश्किल पैदा कर ली। जिला निर्वाचन अधिकारी को यह शिकायत मिली है कि चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद वोरा ने सरकारी जेआरडी स्कूल में जाकर 15-16 साल के स्कूली बच्चों से कहा कि – अपने पैरेंट्स से वोट देने के लिए कहना। चुनाव जीतने के बाद स्कूल का नया भवन बनवा दूंगा।
वोरा के इस बयान को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने जांच के आदेश दे दिये हैं। वोरा को नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने कहा गया है।
बड़ा सवाल ये है कि खुद को प्रदेश का सबसे सक्रिय विधायक प्रचारित करने वाले वोरा को छोटे बच्चों से यह कहने की जरूरत क्यों पड़ी ?
क्या वोरा का आत्मविश्वास इतना डिगा हुआ है कि उन्हें चुनाव जीतने के लिए छोटे स्कूली बच्चों का सहारा लेना पड़ रहा है?
वोरा ने सभी 60 वार्डों में घूम-घूम कर विकास कार्य मंजूर करने की घोषणा की, लेकिन उसके लिए राशि की व्यवस्था नहीं की। विकास कार्य नहीं कराए। वाहवाही बटोरने के लिए बेहिसाब घोषणा करने के कारण भी आम जनता में वोरा की किरकिरी हो रही है। लोग झूठी घोषणाओं और झूठे वादों से खफा हैं।
दरअसल, गजेंद्र के लिए भाजपा की टीम मजबूती से विजय अभियान में जुट रही है। कांग्रेस में उपजे असंतोष और नाराजगी को दूर करने की दिशा में कोई प्रयास नहीं हो रहा है।