Health टिप्स

अगर बरसात में पड़ जाए बीमार, स्वस्थ होने के लिए अपनाए ये घरेलू उपचार……

बरसात के मौसम (rainy season) में स्वास्थ्य (health) के प्रति सावधानी बरतना जरूरी है। इसमें लापरवाही करने से आप कई तरह की बीमारियों (diseases) से ग्रस्त हो सकते हैं। इस मौसम में पित्त का प्रकोप होता है। इससे बुखार (fever), खुजली (itching), शरीर पर लाल-लाल चकत्ते और दाने होना (redness and rash), जुकाम (cold), सिरदर्द (headache), खांसी (cough), जी मिचलाना (nausea), दस्त (diarrhea) और वात रोगों (gout diseases) की भी संभावना होती है।

बरसात में इनसे करें परहेज
इस मौसम में खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। राजमा, दही, चावल, छाछ, अरबी, भिंडी, उड़द की दाल, मैदा से बने व्यंजन, बेसन से बने व्यंजन, तली, चटपटी, मसालेदार चीजें, बासी भोजन और शीतल पेय और आइसक्रीम का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा वातानुकूलित कमरों में रहने-सोने और वातानुकूलित वाहनों में यात्रा करना भी वर्जित है। इस मौसम में बारिश में भीगने से भी बचना चाहिए। भीग जाएं तो शरीर पोंछ कर तुरंत कपड़े बदलें। ऐसा न करने पर दाद, खाज होने का भय होता है।

मौसमी व्याधि-उपचार
हम आपको बरसात के मौसम में होने वाली व्याधियों और उनके घरेलू उपचार के बारे में बता रहे हैं।
1. जी मिचलाने लगे, उल्टी आने का मन करे तो तुरंत सौंफ और मिश्री मुंह में रख चूसना शुरू कर दें, आराम मिलेगा।
2. प्यास और बेचैनी महसूस हो तो आधा चम्मच अजवायन, एक चम्मच सौंफ, एक चम्मच जीरा, आधा लीटर पानी में उबाल, ठंडा कर दो-दो चम्मच आवश्यकतानुसार पीने से राहत मिलेगी।
3. दस्त लग जाएं तो बेल के फल का गूदा निकाल कर पानी में मथकर उसमें चीनी मिला कर पिएं। बेल की चटनी, बेल का मुरब्बा, सूखे बेल का चूर्ण भी लाभकारी होता है। खाने में छिलके वाली मूंग की दाल ज्यादा, चावल कम मिलाकर बनी खिचड़ी खाना और अनार के दाने चूसना हितकर है।
4. शरीर में पानी की कमी न हो इसके लिए पानी में नमक, चीनी का घोल बनाकर पीते रहें।
5. शरीर पर छपाकी (लाल-लाल ददोड़े या चकत्ते) हो जाए तो पांच काली मिर्च, एक चम्मच देशी घी में मिलाकर सेवन करने से खुजली और जलन से चैन मिलेगा।
6. लगातार डकार आए तो पेठे की मिठाई खाना या मिश्री, सौंफ चूसना लाभकारी है।
7. सिर दर्द हो तो अजवायन को तवे पर गर्म करके सूती कपड़े की पोटली में बाधकर सूंघने से सिर दर्द से राहत मिलेगी।
8. खांसी आ रही हो तो पिसी हल्दी तवे पर भून कर आधा-आधा चम्मच शहद के साथ लेने से आराम मिलेगा।
9. वात व्याधि की वजह से हाथ-पांव या कमर में दर्द होने पर पांच कली लहसुन, पचास ग्राम सरसों के तेल में पका कर, छानकर, ठंडा कर प्रभावित अंगों पर मालिश करने से दर्द में राहत मिलेगी।
9. उक्त सभी उपाय, उपचार सामान्य हैं। प्रयोग करने से पहले अनुभवी वैद्य या आयुर्वेद विशेषज्ञ से सलाह अवश्य करें।

 

The Samachaar

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