साईं महोत्सव मे महाप्रसाद ग्रहण करने उमड़े श्रद्धालु, जनप्रतिनिधि भी पहुंचे साईं दरबार, शोभायात्रा का जगह-जगह स्वागत…..

दुर्ग. कसारीडीह सिविल लाईन स्थित प्रसिद्ध श्री साईबाबा मंदिर के 46वें वार्षिक महोत्सव के अंतिम दिन गुरुवार को मंदिर में महाप्रसादी (भंडारा) ग्रहण करने करीब 20 से 25 हजार की संख्या में सांईभक्त उमड़े। महाप्रसाद ग्रहण करने कांग्रेस व भाजपा समेत विभिन्न राजनीतिक पार्टी के नेतागण भी मंदिर पहुंचे । गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडेय, दुर्ग शहर विधायक अरुण वोरा, महापौर धीरज बाकलीवाल, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग उपाध्यक्ष आरएन वर्मा, राज्य मदरसा बोर्ड अध्यक्ष अल्ताफ अहमद, नगर निगम सभापति राजेश यादव, पूर्व सभापति राजकुमार नारायणी, दिनेश देवांगन, पूर्व महापौर चंद्रिका चंद्राकर, प्रदेश भाजपा मंत्री उषा टावरी,
एमआईसी प्रभारी हमीद खोखर, पार्षद प्रकाश जोशी, प्रकाश गीते, हेमा जगदीश शर्मा, एल्डरमैन राजेश शर्मा, रत्ना नारमदेव, दक्षिण ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अजय मिश्रा, शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष कन्या ढीमर व अन्य नेताओं ने सांई बाबा का दर्शन का शहर की सुख समृद्धि के लिए कामना की। महोत्सव का अंतिम दिन होने से दर्शन के लिए सुबह से ही मंदिर में साईं भक्तों की भीड़ रही। सांई भक्त भजनों के धून में नाचगाकर अपना उत्साह प्रकट करते रहें। इससे मंदिर परिसर श्रद्धाभाव से सराबोर रहा। शाम को श्री सांई बाबा की महाआरती की गई। महाआरती के बाद मंदिर परिसर से सांई बाबा की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा का पूरे रास्ते भर श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा व आतिशबाजी के साथ स्वागत किया। इस दौरान क्षेत्र के श्रद्धालुओं द्वारा शेभायात्रा के स्वागत में अपने अपने घरों के सामने दीपक जला रखे थे। जिससे क्षेत्र में दिवाली जैसा माहौल निर्मित हो गया था। यह शोभायात्रा सिविल लाइन, पद्मनाभपुर, मुक्तनगर, कन्हैयापुरी, आजाद चौक, कसारीडीह चौक होते हुए अंत में वापस मंदिर परिसर पहुंची। जिसके बाद वार्षिक महोत्सव का समापन हुआ। महोत्सव के दौरान सार्वजनिक श्री सांई महोत्सव समिति के अध्यक्ष श्रीकांत समर्थ, सचिव धनेेन्द्र सिंह चंदेल, उपाध्यक्ष धीरेन्द्र शर्मा, शिवाकांत तिवारी, सह सचिव संतोष यदु, कोषाध्यक्ष सुजीत गुप्ता, प्रचार सचिव सुरेश साहू, अजय सुरपाम, कार्यकारिणी सदस्य कौशल किशोर सिंह, डा. सुधीर हिशीकर, संजय लाखे, सत्येन्द्र सिंह राजपूत, विनय चंद्राकर, संतोष खिरोड़कर, गणेश निर्मलकर, नरेन्द्र राठी, हेमंत रूंगटा, सुनील श्रीवास्तव, विपिन बोहरा, प्रकाश शिवणकर, रोमनाथ साहू, कृष्णा देशमुख, मुरलीधर राऊत, नितिन शेडे, अरविंद लोखंडे, रामेंद्र बंजारी, प्रकाश पलानदुरकर, मोहम्मद आरिफ खान, शिव डहरिया, नारायण दत्त तिवारी, भागवत सिन्हा, अरुण साहू, प्रहलाद रुंगटा, अरुण मिश्रा संजय डहरवाल, शिवम सिंह, सतीश समर्थ, के अलावा अन्य सदस्यगण व्यवस्था बनाने में जुटे रहे। एनसीसी कैडेटों का सहयोग सराहनीय रहा।