
रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के तमनार जनपद की बरकसपाली पंचायत में एक चौंकाने वाला घोटाला सामने आया है। पंचायत सचिव समीर बेहरा पर आरोप है कि उन्होंने अपने ही नाम से पंजीकृत फर्म ‘बेहरा ट्रेडर्स’ से पंचायत में बीते चार वर्षों के दौरान लगभग 20 लाख रुपए का सामान सप्लाई किया। यह खुलासा आरटीआई (सूचना का अधिकार) के तहत प्राप्त दस्तावेजों से हुआ है।
जानकारी के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2021 से दिसंबर 2024 तक पंचायत में किए गए खर्च की जानकारी मांगी गई थी। जवाब में सचिव ने 315 पेज का दस्तावेज सौंपा, जिसमें से 47 बिल उनके ही फर्म ‘बेहरा ट्रेडर्स’ के नाम पर पाए गए। इन बिलों का कुल मूल्य 19 लाख 48 हजार 246 रुपए है, जिसमें से 11 लाख से अधिक की राशि जीएसटी वाले बिल और करीब 8 लाख रुपए सामान्य बिल के रूप में सामने आए हैं।
आरटीआई दस्तावेजों से यह भी स्पष्ट हुआ कि सचिव ने न सिर्फ अपने फर्म से सप्लाई कराई, बल्कि अपने ही पिता को भी पंचायत कार्यों के बदले 87 हजार रुपए का भुगतान किया। साथ ही उन्होंने स्वयं 4 लाख 69 हजार रुपए की राशन वितरण (PDS) से जुड़ी कमीशन की राशि भी ली। यह सीधा-सीधा पंचायत राज अधिनियम का उल्लंघन है, जिसमें पद का दुरुपयोग और स्वार्थ साधने के लिए की गई कार्यवाही शामिल है।
इस पूरे मामले की शिकायत आवेदक द्वारा संबंधित अधिकारियों को की गई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई सामने नहीं आई है। ग्रामीणों का आरोप है कि यह घोटाला बड़े पैमाने पर हुआ है और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। प्रशासन की चुप्पी और कार्रवाई न करने की स्थिति से ग्रामीणों में रोष भी देखा जा रहा है।
लोगों का कहना है कि ‘पंचायत’ वेब सीरीज में सचिव जी एक ईमानदार और समझदार कर्मचारी के रूप में दिखाए गए थे, लेकिन वास्तविकता में रायगढ़ के सचिव ने उस छवि को धूमिल कर दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या जिला प्रशासन इस गंभीर वित्तीय गड़बड़ी पर कार्रवाई करता है या मामला यूं ही दबा दिया जाएगा।