दुर्ग

नगपुरा मे सागौन पेड़ की कटाई मामले में कलेक्टर ने दिए जांच के निर्देश.

दुर्ग – दुर्ग जिले के ग्राम नगपुरा मे सागौन पेड़ की कटाई मामले में कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने दिए जांच के निर्देश. कलेक्टर ने एसडीएम को दिए

जांच के निर्देश, तो वही डीएफओ ने भी खनिज महकमे से मांगी जानकारी. अब देखने वाली बात यह होगी की सैकड़ों पेड़ों की कटाई किसने और क्यों करवाई जांच से क्या हो पाएगा खुलासा.

 

नगपुरा के सरकारी नर्सरी में लगाए गए सागौन के पेड की अंधाधुंध कटाई मामले को कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने इस मामले की जांच के लिए एसडीएम को निर्देश दिए है, साथ ही जांच सहित पूरी रिपोर्ट भी मांगी है।

 

आपको बताते चलें है कि नगपुरा बांध के

पास 10 साल पहले अभियान चलाकर

सागौन के हजारों पेड रोपे गए थे। लेकिन

उक्त जगह मुरूम की होने के कारण सोची

समझी साजिश के तहत पेड की कटाई कर दी गई।

 

यहां सागौन पेड लगे होने के बाद

भी तहसील और ग्राम पंचायत सरपंच

द्वारा मुरूम खुदाई की अनुमति दे दी गई।

माना जा रहा है कि, जिसे अनुमति दी गई

है, उन्ही के द्वारा संभवतः पेड़ों की कटाई

की गई है।

बहरहाल कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा द्वारा दिए गए जांच के बाद एसडीएम मुकेश रावटे ने पूछताछ शुरू

कर दी है।

इधर सागौन पेड़ की कटाई किए

जाने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश की

स्थिति निर्मित है। इस मामले में ग्राम नगपुरा पूर्व सरपंच सचिन सिन्हा का कहना है कि कई सालों से देखरेख कर पेड को बड़ा किया गया था। उन्होने दोषियों पर कडी कार्यवाही किए जाने की मांग की है।

भले ही वन विभाग द्वारा पचास सागौन पेड कटाई की बात कही जा रही है। लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि मौके पर पेड़ों की ढूंढ को भी जड सहित उखाड दिया गया है। शिकायतकर्ता सचिन सिन्हा ने बताया कि यहां सौ से अधिक पेड़ों की कटाई की गई है।

 

अब इस मामले में सवाल यह उठता हैं कि वन विभाग की नर्सरी पर सालो

पहले लगाए गए सागौन पेड़ की कटाई के लिए किसी भी तरह की अनुमति नही ली गई है। सागौन पेड़ की

कटाई के लिए वन विभाग से भी जानकारी नही मंगाई

गई। मुरूम खुदाई की इतनी हडबडी थी कि खनिज विभाग द्वारा आनन फानन में न सिर्फ राजस्व और ग्राम पंचायत से अनुमति ले लिया गया, और कटाई भी

शुरू कर दी गई।

सागौन पेड को वन विभाग के बगैर अनुमति के कांटे जाने के मामले में डीएफओ शशि कुमार ने खनिज

विभाग के अफसर दीपक मिश्रा को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है। इधर खनिज विभाग के दीपक मिश्रा का कहना है कि उन्होने डीएफओ द्वारा मांगी गई

जवाब की जानकारी दे दी गई है। इधर कलेक्टर ने एसडीएम मुकेश रावटे को जांच के निर्देश दिए है।

 

 

Navin Dilliwar

Editor, thesamachaar.in

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