दुर्ग जिला किसान मोर्चा के अध्यक्ष के तत्वाधान में माननीय जिलाधीश महोदय को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम डीएपी खाद की समस्या को लेकर आज ज्ञापन सौंपा. मामले में दुर्ग जिला बीजेपी किसान मोर्चा के अध्यक्ष विनायक ताम्रकार ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिले में प्राइवेट दुकानों में डीएपी और पोटाश की उपलब्धता है और सहकारी सोसाइटी में नहीं है ऐसा क्यों l प्राइवेट दुकान में किसानों के साथ कालाबाजारी की जा रही है 1350 रुपए के डीएपी को 1900 मे बेचा जा रहा है.
इस मामले मे दुर्ग जिला बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री गजेंद्र यादव
ने कहा की छत्तीसगढ़ एक कृषि प्रधान राज्य है और यहां भूपेश सरकार किसानों को जिस प्रकार प्रारंभिक चरण में प्रताड़ित कर रही है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। क्योंकि एक किसान खेती प्रारंभ करने से पूर्व साख समिति पहुंचता है और वहां से खाद व कर्ज लेता है व खाद की व्यवस्था सुनिश्चित करता है।
सहकारी सोसायटी में डीएपी और पोटाश नहीं है लेकिन प्राइवेट दुकान में डीएपी और पोटाश भरपूर है। ऐसा क्यों? किंतु आज साख समितियों में खाद की आपूर्ति नहीं किए जाने के चलते किसान चिंतित है व प्रताड़ित है। ऐसी दशा में वह प्राइवेट संस्थानों से खाद की खरीदी करने हेतु मजबूर हैं। जहां से कालाबाजारी स्वरूप दुगुने व तिगुने दामों पर खाद की खरीदी को मजबूर है।
इस पर आगे चेतावनी देते हुए बीजेपी किसान मोर्चा के अध्यक्ष विनायक ताम्रकार ने कहा के सप्ताह भर के भीतर यदि साख समितियों में खाद की पर्याप्त आपूर्ति नहीं कि गयी तो 29 जुलाई को प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा छत्तीसगढ़ की समस्त समितियों में ताला बंदी कर अपना विरोध दर्ज करेगी।