ग्राहक बनकर पहुँचे आयुक्त,प्रतिबंध के बाद भी पानी पाऊच बेच रहा था दुकानदार, साई डेली निड्स से तीन बोरी पानी पाउच किया जब्त….
दुर्ग/19 सितम्बर/ नगर पालिक निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे ने आज सुबह अपने नियमित निरीक्षण के दौरान वार्ड 18 एसएलआरएम सेंटर धमधा नाका के बाजू साई डेली निड्स में ग्राहक बनाकर पानी पाउच लेने पहुँचे,दुकानदार द्वारा पानी पाउच देते ही आयुक्त श्री सर्वे ने दुकानदार पर कार्रवाही करते हुए तीन बोरी पानी पाउच जब्त किया और मौके पर स्वास्थ्य अधिकारी एवं बाजार अधिकारी जावेद अली को जुर्माना की कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया।बता दे कि लगातर निगम प्रशासन द्वारा दुकानदारो को कई बार प्रतिबंधित पानी पाऊच व प्रतिबंधित पॉलीथिन बेचने से मना किया गया था।
इसके बाद पानी पाऊच व पॉलीथिन की बिक्री की जा रही थी। उन्होंने ने बताया कि नगर निगम के स्वास्थ्य एवं राजस्व अमला द्वारा होटलों, प्रतिष्ठानों, फल व सब्जी दुकानों आदि के लाईसेंस निरीक्षण, पालीथीन का उपयोग एवं सड़े गले खाद्य पदार्थो को नष्ट करने प्रतिदिन निरीक्षण कर विनिष्टीकरण एवं जब्ती की कार्रवाई की जा रही है। इसी कडी में नियमित निरीक्षण के दौरान सफाई कार्यो देखने वार्ड 18 का निरीक्षण पहुँचे थे।
जानकारी मिलने पर धमधा नाका एसएलआरएम सेंटर स्थित श्री साई डेली निड्स द्वारा प्रतिबंधित पानी पाऊस का संग्रहण व विक्रय करते पाऐ जाने पर उन्हें प्रतिबंधित पानी पाऊच के संग्रहण व विक्रय दोबारा न करने की समझाई दी गई।प्लास्टिक मुक्त शहर की परिकल्पना को साकार करने नगर निगम द्वारा प्रतिदिन निरीक्षण कर प्लास्टिक जब्ती एवं जुर्माना की कार्रवाई की जा रही है। कई बार समझाइश के बाद भी प्रतिबंधित पानी पाऊच बेचने वाले के खिलाफ निगम प्रशासन जुर्माना के साथ ने एफआईआर दर्ज कराएगा!आयुक्त ने प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के बारे में बताया कि प्लास्टिक के कारण पर्यावरण पर सीधा प्रभाव पड़ रहा है, जिसका प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर भी हो रहा है। साथ ही जानवर के पालीथिन खाने पर उनके शरीर पर भी दुष्प्रभाव पड़ रहा है। इसे ध्यान में रखकर शासन ने एसयूपी विक्रय व उपयोग पर प्रतिबंध लगाया है।उन्होनें सभी व्यापारियों से अपील कर कहा कि अपने प्रतिष्ठानों की नियमित साफ-सफाई रखें व एसयूपी का उपयोग न करें। साथ ही उन्होंने शहर के लोगों से कहा कि जब भी घर से निकले कपड़े के थैले रखे, ठेले खोमचों, गुमटियों पर खाने का समान पत्ते से निर्मित दोना या पत्तल में देने का आग्रह करें.