कब है नागपंचमी , उस दिन भूलकर भी न करें ऐसे काम, जाने शुभ मुहूर्त |
इस साल नाग पंचमी मंगलवार 2 अगस्त को मनाया जाएगा.
नाग पंचमी पूजा मुहूर्त – सुबह 06: 05 से 08: 41 तक
अवधि – 02 घंटे 36 मिनट
पंचमी तिथि प्रारंभ – 02 अगस्त, 2022 पूर्वाह्न 05: 13 बजे
पंचमी तिथि समाप्त – 03 अगस्त, 2022 पूर्वाह्न 05: 41 बजे
[ क्या है नाग पंचमी ? ]
दरअसल नाग पंचमीं भारत का एक पारंपरिक त्यौहार है। इस दिन महिलाएं नाग देवता की पूजा करती हैं और सांपों को दूध पिलाती हैं। भारत के ग्रामांचलो में यहीं से त्यौहारों की शुरूआत हो जाती है। महिलाओं को इस पर्व का इंतजार रहता है।
इस मौके पर लोग अपनी ब्याहता बेटियों को ससुराल से मायके बुलाते हैं। बहने सजधज कर गुड़िया बनाकर तालाबों में ले जाकर फेंकती हैं।उसके बाद उनके भाई उस गुड़िया को नीम की छड़ी से उस गुड़िया को पीटते हैं।इस पर्व को गांवों में गुड़िया भी कहा जाता है।
[ नाग पंचमी पूजा मंत्र ]
सर्वे नागा: प्रियंतन में केचित पृथ्वी कथा।
ये चा हेलीमरिचिष्ट यंत्र दिवि संस्थाः
ए नादिशु महानगा ये सरस्वतीगामिनाह।
ए चा वपितद्गेशु तेशु सर्वेशु वै नमः
अर्थ- इस संसार में आकाश, स्वर्ग, सरोवर, कुएं, तालाब और सूर्य-किरणों में निवास करने वाले नाग हमें आशीर्वाद दें और हम सब आपको बार-बार नमन करते हैं।
अनंतम वासुकिम शेषम पद्मनाभम चा कम्बलम।
शंख पालम धृतराष्ट्र तक्षम कलियम और
एतानी नवा नामानी नागनन चा महात्मानम।
खासकर सुबह के समय।
तस्य विश्वभयम नास्ति सर्वत्र विजयी है।
अर्थ- नौ नाग देवताओं के नाम अनंत, वासुकी, शेष, पद्मनाभ, कंबल, शंखपाल, धृतराष्ट्र, तक्षक और कालिया हैं। यदि हर सुबह इनका नियमित रूप से जाप किया जाए, तो नाग देवता आपको सभी पापों से सुरक्षित रखेंगे और आपको जीवन में विजयी बनाएंगे।